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Showing posts from September, 2019

लापता होने वाले पाकिस्तानी कर्नल की अचानक चर्चा क्यों?

विदेश सचिव विजय केश व गोखले ने गुरुवार को बताया है कि प्रधानमंत्री न रेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र में धारा 370 के मुद्दे पर चर्चा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि 27 सितंबर की सुबह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए वे विकास और अन्य मुद्दों पर ही ध्यान केंद्रित रखेंगे. इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक ख़बर के अनुसार, गोखले ने कहा कि धारा 370 एक 'आंतरिक मुद्दा' है. प्रधानमंत्री मोदी विकास और वैश्विक एजेंडे को आकार देने में भारत की भूमिका पर ही चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा, "आतंकवाद कई मुद्दों में से एक मुद्दा है लेकिन हमारा पूरा ध् यान उसी पर केंद्रित नहीं होगा." जहां पाकिस्तान अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को ख़त्म किये जाने को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है औ र इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा में उठाने की योजना में है, वहीं भारत ने इसे एक 'आंतरिक मामला' बता दिया है. गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 21 सितंबर से 27 सितंबर तक अमेरिका का दौरा करेंगे, इस दौरान वह अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाक़ात करेंगे

एनआईए पर किसका नियंत्रण

एनआईए की विश्वसनीयता पर पूछे गए सवाल के जवाब में आतंकवाद पर लिखने वाले जाने -माने लेखक और इंस्टिट्यूट फोर कॉन्फ्लिक्ट मैनेजमेंट के निदेशक रहे अजय साहनी कहते हैं, ''हिन्दुत्व के मामलों में एनआईए की भूमिका अच्छी नहीं रही है. हम ये नहीं कह स कते कि वो निर्दोष है या दोषी है. लेकिन एक चीज़ बिल्कुल साफ़ नज़र आती है कि या तो एनआईए कांग्रेस सरकार में राजनीतिक दबाव के कारण झूठ बोल रही थी या एनडीए सरकार में झूठ बोल रही है. पहले एनआईए कह रही थी कि ये लोग न सिर्फ़ मुज़रिम हैं बल्कि ये फांसी के लायक मुज़रिम हैं. इस सरकार में ये कहने लगे कि उनके पास कोई सबूत ही नहीं हैं.'' साहनी कहते हैं, ''यह बिल्कुल स्पष्ट है कि इस एजेंसी का राजनीतिक इस्तेमाल हो रहा है लेकिन कौन कर रहा है इस पर टिप्प्णी नहीं कर सकता. ये तो स्पष्ट है कि एनआईए या तो पहले झूठ बोल रही थी या अब झूठ बोल रही है. एनआईए ने कांग्रेस की सरकार में कहा था कि इन लोगों को फांसी दी जाए और इनके ख़िलाफ़ पर्याप्त सबूत हैं. जब सरकार बदली तो इनके सारे सबूत ग़ायब हो गए. इस वक़्त मुस्लिम अभियुक्तों के ख़िलाफ़ दुश्मनी ब